अहमदाबाद : 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी का ऐलान होने से पहले गुजरात का अहमदाबाद सबसे सुरक्षित शहर बनकर उभरा है। अहमदाबाद को भारत में सबसे सुरक्षित शहर माना गया है। सेफेस्ट सिटी इन क्राइम एंड सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट 2025 में अहमदाबाद को पहला स्थान मिला है। अहमदाबाद को पिछले दिनों स्वच्छता में पहली पोजीशन मिली थी। तब शहर का यह उपलब्धि उसे बड़े शहरों की कैटेगरी में दी गई थी। अब एक बार फिर से अहमदाबाद का डंका देश और दुनिया के स्तर पर बजा है। अहमदाबाद भारत का सबसे सुरक्षित शहर बना है। अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जी एस मलिक ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए अहमदाबाद के लोगों को बधाई दी। अहमदाबाद गुजरात का सबसे बड़ा शहर है।

मुंबई-दिल्ली को छोड़ा पीछे

अहमदाबाद सेफेस्ट सिटी में नंबर-1 की पोजीशन दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़कर हासिल की है। न्यूम्बियो ने 2025 के अपराध और सुरक्षा सूचकांक रिपोर्ट में अहमदाबाद शहर को भारत में सबसे सुरक्षित शहर का दर्जा दिया है। अहमदाबाद 68.3 के उच्च सुरक्षा सूचकांक स्कोर के साथ देश में सबसे आगे है। इस शहर ने मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे प्रमुख महानगरों को पीछे छोड़ दिया है। एशियाई रैंकिंग में अहमदाबाद 29वें पायदान पर है। भारत के दूसरे शहर जयपुर (34), हैदराबाद (45), मुंबई (46), कोलकाता (48), गुरुग्राम (54), बेंगलुरु (55) और नोएडा (56) पर हैं।

सुरक्षित शहरों की सूची में अहमदाबाद और दूसरे बड़े शहर

क्र. सं          शहर            रैंक       सेफ्टी इंडेक्स
1              अहमदाबाद    1            68.6
2              जयपुर           2           65.2
3              कोयंबटूर        3           62.2
4              चेन्नै             4           60.0
5              पुणे               5           60.3
6              हैदराबाद        6           58.7
7              मुंबई             7           57.3
8              कोलकाता      8           55.9
9              गुरुग्राम         9           46.0
10            बेंगलुरु         10          45.7
11            नोएडा          11          44.9
12            दिल्ली         12          41.0

25000 हजार से ज्यादा CCTV

अहमदाबाद सिटी पुलिस ने इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया साझा की है। 'एक्स' पर अहमदाबाद पुलिस ने लिखा है कि अहमदाबाद भारत का सबसे सुरक्षित शहर बन गया है। अपराध एवं सुरक्षा सूचकांक रिपोर्ट 2025 में 25 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के साथ नागरिक-केंद्रित पुलिसिंग की बदौलत भारत के सभी शहरों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इनमें गुजरात लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत नागरिकों ने स्वयं इनमें से 22,000 कैमरे लगाए हैं। शेष कैमरे गृह विभाग, अहमदाबाद नगर निगम और निर्भया पहल के माध्यम से लगाए गए थे। अहमदाबाद नगर पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों तथा अहमदाबाद शहर के नागरिकों के सहयोग के साथ-साथ माननीय मुख्यमंत्री, माननीय गृह राज्य मंत्री और गुजरात के पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व और मार्गदर्शन से अहमदाबाद पुलिस आयुक्त की टीम को यह सफलता मिली है।

पुलिस के पास है हाईटेक कंट्रोल रूम

इतना ही नहीं गुजरात में अहमदाबाद पुलिस के पास सबसे उन्नत कंट्रोल रूम है। इसका शुभारंभ खुद गृह मंत्री अमित शाह ने किया था। अहमदाबाद पुलिस ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट मैच के साथ कोल्ड प्ले कंसर्ट का सफल आयोजन करवाकर अपनी साख बढ़ाई है। अहमदाबाद में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस आयुक्त के जिम्मे होती है। अभी यह जिम्मेदारी आईपीएस जीएस मलिक के पास है। गुजरात के डीजीपी के बाद अहमदाबाद पुलिस आयुक्त का कार्यक्षेत्र सबसे बड़ा है। अहमदाबाद शहर के 100 को मिलाकर 14 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा संभालते हैं। भारत सरकार ने 2036 ओलंपिक खेलों के लिए अहमदाबाद आयोजन स्थल बनाने का फैसला लेते हुए मेजबानी के लिए दावेदारी की है।

जीएस मलिक ने जताई खुशी

अहमदाबाद को सुरक्षित शहरों की सूची में पहली पोजीशिन मिलने पर पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा कि खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं कानून-व्यवस्था बनाए रखने में योगदान देने वाले प्रत्येक अहमदाबादवासी का धन्यवाद करता हूं। मलिक के अनुसार शहर के नवनिर्मित अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष में सभी 25,500 कैमरों से आने वाली फीड पर 24 घंटे नजर रखी जाती है। मलिक ने कहा कि रथ यात्रा जैसे उत्सवों के दौरान अहमदाबाद बड़ी भीड़ को संभालने में मदद मिलती है। मलिक ने कहा कि रथ यात्रा गुजरात का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है।